शीय संरचना क्षार मान और स्थिरता विषय
परमाणु नामि और स्थिरता पर आधारित तत्व:
-
न्यूकलियन्स: प्रोटॉन और न्यूट्रॉन परमाणु के मूल निर्माण खंड हैं।
-
परमाणु संख्या (Z): Z परमाणु के नाभिक एक प्रोटॉन की संख्या है, वे एक तत्व को अद्वितीय रूप से पहचानती हैं।
-
मास संख्या (A): A परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की कुल संख्या है।
-
आइसोटोप: एक ही Z वाले तत्वों में अलग-अलग A होती हैं।
-
मास अवरोध: एक परमाणु के वास्तविक मास और उसके प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के मासों के योग के बीच की अंतर होती है।
-
बाइंडिंग ऊर्जा: सभी न्यूक्लिकेष्यनों को अलग करने के लिए ऊर्जा, जो किसी भिन्न करोण को समेटने वाली ऊर्जा को प्रतिष्ठानित करती है।
-
न्यूक्लियर स्थिरता: प्रलोभनकारी न्यूक्लियर बलों और प्रतिघाती विद्युतवार्ता बलों के बीच संतुलन स्थापित करता है, स्थिरता निर्धारित करता है।
-
न्यूक्लियर बल: मजबूत न्यूक्लियर बल सबसे मजबूत मूल बल है, जो न्यूक्लियन्स को संबंधित करता हैं।
-
बीटा अपघटन: एक न्यूट्रॉन को एक प्रोटॉन में परिवर्तित करना, एक बीटा कारक (इलेक्ट्रॉन या प्रोट्रॉन) उत्सर्जित करना।
-
आल्फा अपघटन: स्थिरता के लिए एक अस्थिर न्यूक्लियस से एक आल्फा कारक (हीलियम नाभिक) का छोड़ाई करना।
-
रेडियोधर्मी अपघटन: अस्थिर नाभिकों का यादृच्छिक अपघटन, कारकों या ऊर्जा का उत्सर्जन।
-
आधा जीवन: रेडियोधर्मी परमाणुओं के आधा भाग में अपघटन होने के लिए लिया जाने वाला समय।
-
परमाणु रासायनिक के अनुप्रयोग: परमाणु ऊर्जा, चिकित्सा, औद्योगिकता और पुरातत्व में प्रयोगिता में।